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Natural Integration of Alternative Therapy Institute

Welcome to the groundbreaking Holistic Doctors Maker Institute, the world’s first and only alternative therapy integration institute! Nestled at the forefront of holistic health education, our institute pioneers a revolutionary approach to wellness by offering comprehensive training in 23 distinct alternative therapies. With a commitment to excellence, authenticity, and innovation.

 Specially for MBBS , BAMS, BHMS DOCTORS and physiotherapist

WHERE doctors enhance their clinical business and practical skills through transformative therapies, including the ancient wisdom of Prachin Ayurvedic Therapy. Our programs offer a unique blend of traditional knowledge and modern practices, empowering doctors to excel in holistic healthcare while enriching their clinical repertoire. Join us to unlock new levels of clinical excellence and make a profound impact on patient care.

hammer therapy

Hammar Therapy

इस चिकित्सा पद्धति में, प्रशिक्षित विशेषज्ञ (हैमर थेरपिस्ट) के साथ संवाद करके व्यक्ति को उनकी भावनाओं, विचारों, और व्यवहार में परिवर्तन करने के लिए काम किया जाता है। हैमर थेरेपी को अक्सर व्यक्तिगत समस्याओं, स्ट्रेस, डिप्रेशन, आत्म-महसूसी, अधिकतम दबाव, और व्यक्तिगत विकास के क्षेत्र में समस्याओं का समाधान करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है।

acupressure and acupuntur

MINI Threrapysys

acupressure, acupuncture, sujok, maganet therapy, mudra therapy, colour therapy, hijama therapy, aricular therapy आदि जैसे कुछ छोटे छोटे थेरेपी जो कुछ कुछ बीमारियों में तुरंत और अत्यंत चमत्कारी परिणाम कारक होते है । ऐसे कुछ मिनी थेरेपी हमारी संस्था students के लिए विनामूल्य उपलब्ध कराती है ।

bone alignment therapy

BONE Alignment Therapy

बोन अलाइनमेंट थेरेपी एक चिकित्सा प्रक्रिया है जो स्पिनल कॉलम (रीढ़ की हड्डी) और संबंधित स्ट्रक्चर्स (संरचनाएं) के ठीक संरेखण और संतुलन को सुनिश्चित करने के लिए डिज़ाइन की गई है। इसका मुख्य उद्देश्य होता है मास्स पेशियों, स्पिनल डिस्क, और संबंधित संरचनाओं के दबाव को कम करना और संरेखण को सुधारना है।

chiropractic therapy

chiropractic Therapy

इस पद्धति का मुख्य उद्देश्य शारीरिक अवसाद, दर्द, और विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं को दूर करना है, साथ ही शारीरिक क्षमता और संतुलन को बढ़ाना है। जैसे कि मैन्युअल थेरेपी, मास्सेज, डिस्ट्रेक्शन (traction), और अन्य संबंधित तकनीकें। चायरोप्रैक्टिक थेरेपी का उपयोग ब्रेन इंजरी, पीठ और गर्दन के दर्द, लंबे समय तक के दर्द, मांसपेशियों के दबाव, माइग्रेन, साइटिका, और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं के इलाज में किया जाता है।

biochamic remedies

BIO Chemic Remedies

यह एक प्रकार की प्राकृतिक चिकित्सा होती हैं जिनमें प्राकृतिक उपचार के रूप में विभिन्न प्रकार के बायोलॉजिकल तत्वों का उपयोग किया जाता है। ये उपाय विभिन्न प्रकार की पौधों, पौधों के भागों, और अन्य प्राकृतिक स्रोतों से प्राप्त किए जाते हैं। बायोकेमिकल रेमेडीज का उपयोग विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं के उपचार में किया जाता है, जैसे कि रोगों का प्रतिरोध बढ़ाना, रोगों के लक्षण कम करना, और शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को संतुलित बनाए रखना।

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pulse test course

आदि कल से भारतीय वैद्य नाड़ी परीक्षण करके रोगों की स्थिती, गति और कारण का अचूक आकलन कर लेते थे । नाड़ी विज्ञान एक गुह्य विद्धा है , इसे सीख पाना कुछ कठिन जरूर है , लेकिन असंभव बिलकुल नहीं है । इस परीक्षण में, चिकित्सा विशेषज्ञ रोगी की नाड़ियों (धमनियों) की गति, तेज़ी, और भराई को मापते हैं। इन नाड़ियों के माध्यम से शरीर में प्रवाहित वात, पित्त, और कफ (त्रिदोष) के स्तर को जांचा जाता है।

aroma therapy

AROMA THERAPY

अरोमा थेरेपी एक प्राचीन चिकित्सा पद्धति है जो विभिन्न भावनात्मक, शारीरिक, और मानसिक समस्याओं का इलाज करने के लिए उपयोग की जाती है। इस पद्धति में खुशबू के उपयोग से रोग पीड़ित व्यक्ति के मनोबल और स्वास्थ्य में सुधार करने का प्रयास किया जाता है। अरोमा थेरेपी में, प्राकृतिक और सुगंधित तेलों का उपयोग विभिन्न तरीकों से होता है, जैसे कि इंहेलेशन, मसाज, या सुगंधित पानी के इस्तेमाल के जरिए।

MARM / pranabindu setting

मर्म थेरेपी एक प्राचीन आयुर्वेदिक चिकित्सा प्रणाली है जो भारतीय चिकित्सा की एक प्रमुख शाखा है। इस चिकित्सा पद्धति में मर्मों का उपयोग रोगों के निदान और उपचार के लिए किया जाता है। मर्म शब्द संस्कृत में "सीमा", "सीमाचिन्ह" या "मर्मस्थान" का अर्थ करता है। मर्म थेरेपी में, विशेष रूप से निर्धारित मर्म स्थानों पर दबाव, मालिश, और अन्य चिकित्सा प्रक्रियाओं का उपयोग किया जाता है। ये मर्म स्थान शरीर में प्राण या वात, पित्त, और कफ (त्रिदोष) के नियंत्रण के केंद्र होते है।

MBBS DOCTOR KAISE BANE

DIAGNOSIS COURSE

निदान, एक चिकित्सा प्रक्रिया है जिसमें चिकित्सक या चिकित्सा विशेषज्ञ रोग या समस्या की जांच करते हैं और उसकी पहचान करते हैं। यह प्रक्रिया रोगी के लक्षणों, रोग के कारणों, और रोग के संबंधित इतिहास की जानकारी का उपयोग करती है। निदान के लिए चिकित्सक लेब टेस्ट, जांच, और अन्य चिकित्सा परीक्षण का उपयोग नहीं करते , अपितु प्राचीन आयुर्वेदिक पद्धति से करते हैं। यह रोगी के सही उपचार का निर्धारण करने में मदद करता है।

naturopathy and yoga

Naturopathy and yoga

एक प्राकृतिक चिकित्सा पद्धति है जो स्वास्थ्य को ध्यान में रखकर शरीर को स्वास्थ्यपूर्ण तरीके से ठीक करने का प्रयास करती है। इस चिकित्सा पद्धति में प्राकृतिक उपचारों, आहार, व्यायाम, आराम, योग, प्राणायाम, मासाज, और प्राकृतिक उत्पादों का उपयोग किया जाता है। नेचुरोपैथी के प्रमुख सिद्धांतों में शामिल हैं प्राकृतिक उपचार, शुद्ध और स्वच्छ आहार, पर्यावरणीय और सामाजिक अनुकूलता, स्वास्थ्य के संप्रेषण और शरीर की स्वाभाविक समता का महत्व ।

ayurvedic vanaspati science

Herbal products making

आयुर्वेदिक औषध निर्माण एक प्रक्रिया है जिसमें प्राकृतिक उपचारों और आयुर्वेदिक दवाओं की तैयारी होती है। इस प्रक्रिया में विभिन्न प्राकृतिक संघटकों, जड़ी-बूटियों, और जड़ी-बूटियों का उपयोग किया जाता है जो स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का इलाज करने में मदद करते हैं। आयुर्वेदिक औषध निर्माण की प्रक्रिया में सामान्यत: प्राकृतिक उत्पादों, जैसे कि जड़ी-बूटियों, पत्तियों, फलों, और वनस्पतियों का उपयोग किया जाता है।

detoxification and panchkarma

panchakarma and enema

पंचकर्म एक प्रमुख आयुर्वेदिक चिकित्सा प्रणाली है , इसमें पाँच प्रमुख चिकित्सा प्रक्रियाएँ शामिल होती हैं - विरेचन (शुद्धि), वमन (वमन), नस्या (नासिका शोधन), बस्ती (आग्नेर्द्रियों की शुद्धि), और रक्तमोक्षण (रक्त शुद्धि)। ये प्रक्रियाएँ शरीर के विभिन्न भागों के अंदर और बाहर संचित मल तथा बिष को शरीर से बाहर निकालने के लिए की जाती हैं। ये प्रक्रियाएँ विशेष रूप से शारीरिक अवसाद, वातरोग, पित्तरोग, और कफरोग के उपचार में प्रयोग की जाती हैं ।

yoga and pranayam

योगा और प्राणायाम दो प्रमुख भाग हैं जो शारीरिक, मानसिक, और आध्यात्मिक स्वास्थ्य को सुधारने के लिए उपयोगी होते हैं ---योगा एक प्राचीन भारतीय चिकित्सा पद्धति है, योगा का अभ्यास शारीरिक लचीलापन, तंद्रा, रामबाण इम्यूनिटी, और आत्म-सम्मान को बढ़ाने के साथ-साथ मानसिक स्थिति को स्थिर करने में मदद करता है। ** प्राणायाम एक प्राचीन योगिक तकनीक है जिसमें श्वास की नियंत्रित और गहराई से सांस लेने का अभ्यास किया जाता है।

massage therapy

शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को सुधारने के लिए शरीर पर धाराप्रवाही, दबाव, और मसाज किया जाता है। यह चिकित्सा पद्धति विभिन्न तकनीकों और उपकरणों का प्रयोग करती है, जिससे मसाज द्वारा स्थितिगत तनाव, शारीरिक दर्द, मांसपेशियों की कसावट, और मानसिक चिंताओं में राहत मिल सके। मासाज थेरेपी में, विभिन्न तरीकों की मसाज तकनीकें उपयोग की जाती हैं, जैसे कि स्वीडिश मासाज, डीप टिश्यू मासाज, शियात्सु, और थाई मासाज।

panchmahabhut treatment

पंचमहाभूत चिकित्सा एक प्राचीन आयुर्वेदिक पद्धति है जो प्राकृतिक तत्वों के उपयोग को आधार बनाती है। इस चिकित्सा पद्धति के अनुसार, हमारे शरीर में पाँच महाभूत (पृथ्वी, जल, अग्नि, वायु, और आकाश) अंतर्गत होते हैं और ये महाभूत हमारे शारीरिक, मानसिक, और आध्यात्मिक स्वास्थ्य के संतुलन को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। पंचमहाभूत चिकित्सा के अनुसार, हमारे शरीर में विकारों का कारण पंचमहाभूतों के असंतुलन में होता है।

Navel setting

यह एक चिकित्सा प्रक्रिया है जो आयुर्वेदिक चिकित्सा में उपयोग की जाती है। इस प्रक्रिया में, चिकित्सक नाभि के चारों ओर छोटे से नाले को उत्तेजित करते हैं, जिससे शरीर की ऊर्जा का संतुलन होता है और पचांतंत्र व रक्तसंचलन प्रक्रिया में balance बनती है। इस प्रक्रिया में, चिकित्सक नाभि के चारों ओर कुछ धातुओं या तेलों को रख सकते हैं और उनको उत्तेजित कर सकते हैं, जिससे शरीर में प्राणिक ऊर्जा का संचार होता है।

sound therapy & meditation

Sound साउंड थेरेपी एक चिकित्सा पद्धति है जिसमें ध्वनि के उपयोग से रोगों के उपचार किया जाता है। इस प्रक्रिया में, विभिन्न ध्वनियों का उपयोग किया जाता है, जैसे कि गायना ध्वनि (म्यूजिक), ध्वनि विश्राम, और अन्य ध्वनियों के उपयोग से व्यक्ति की मानसिक और शारीरिक स्थिति को सुधारने की कोशिश की जाती है। साउंड थेरेपी का उपयोग रोगों के उपचार में, रोगों की सुधार के लिए, और मानसिक स्थिति को सुधारने के लिए किया जाता है।

Neurotherapy

यह विशेष रूप से उन रोगों के इलाज में उपयोगी है जो न्यूरोलॉजी और प्राकृतिक उपचारों के संबंध में होते हैं, जैसे कि ब्रेन इन्जरी, स्ट्रोक, पारेसिस, पार्किंसन रोग, और अन्य न्यूरोलॉजिकल रोग। न्यूरोथेरपी में, विभिन्न चिकित्सा तकनीकों का उपयोग किया जाता है, जैसे कि व्यायाम, मसाज, तंत्रीय क्रियाएँ, साधना, और और सामग्री व्यवहारिकता।

Urine therapy

प्राचीन काल से भारत में मूत्र चिकित्सा के रूप में अनेक घातक रोगों का इलाज किया जाता रहा है। कुछ व्यक्तिगत अनुभवों में, यह कहा गया है कि यूरिन का सेवन कैंसर, डायबिटीज, राइनाइटिस, त्वचा समस्याएं, और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं को ठीक करने में मदद कर सकता है, आज भी हमारे कुछ बुजुर्ग लोग और आदिवशी लोग मूत्र चिकित्सा से स्वयं को निरोगी बनाए रखे है । ऐसा देखने को मिलती है ।

Nutrition and Diet

स्वस्थ आहार और डाइट की भूमिका होती है जो आपके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को सुनिश्चित करने में मदद करती है। यह उचित पोषण, प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, विटामिन, खनिज और पानी जैसे महत्वपूर्ण पोषक तत्वों को शामिल करता है। एक स्वस्थ डाइट का मतलब यह नहीं कि आपको केवल कम खाना चाहिए, बल्कि यह यह भी शामिल करता है कि आप अपने शारीर को सही प्रकार के खाद्य पदार्थों के साथ उपजाऊ और पौष्टिक भोजन प्रदान करें।

Panchgavya remedies

पंचगव्य थेरेपी एक प्राचीन आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति है जो पाँच प्रमुख गौवंश के उत्पादों का उपयोग करती है। इन पाँच प्रमुख उत्पादों का समावेश होता है: गोमूत्र, गोबर, दही, दूध और घी। ये पाँच उत्पाद आयुर्वेद में महत्वपूर्ण माने जाते हैं और स्वास्थ्य के लिए उपयोगी माने जाते हैं। और विभिन्न रोगों के इलाज के लिए आयुर्वेदिक औषधियों के साथ संयोजन। इस पैथी में केवल देशी भारतीय गौवंश के उत्पादों के उपयोग होते है ।

bach flower remedies

Bach flower remedies

बच फ्लावर रेमेडीज एक प्रकार की प्राकृतिक चिकित्सा होती है जो फूलों से बनी होती है। ये रेमेडीज उपयोग में आते हैं ताकि विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं का उपचार किया जा सके या स्वास्थ्य को सुधारा जा सके। इन रेमेडीज में फूलों का अर्क और उनके बाग़बानी गुण होते हैं, जो स्वास्थ्य और वित्तीय लाभ के लिए उपयोगी होते हैं। ये रेमेडीज आमतौर पर घर पर उपलब्ध होती हैं और विभिन्न तरह की आवश्यकताओं के लिए उपयोग की जाती हैं, जैसे कि तनाव, नींद न आना, पेट की समस्याएँ, या त्वचा के समस्याएँ।

clinic management

Clinic क्लीनिक मैनेजमेंट एक प्रबंधन क्षेत्र है जो चिकित्सा संस्थान या अस्पतालों की प्रबंधनिक प्रक्रियाओं को संचालित करने के लिए जिम्मेदार होता है। यह चिकित्सा सेवाओं के प्रबंधन, रोगी की सेवा, संस्थान के विभिन्न विभागों के संचालन, कार्यकर्ताओं के प्रशिक्षण और प्रबंधन, आवश्यक संसाधनों का प्रबंधन, वित्तीय प्रबंधन, और चिकित्सा प्रौद्योगिकियों के उपयोग के माध्यम से चिकित्सा संस्थानों के कार्यान्वयन का निर्देशन करता है ।

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DIGITAL PRACTICE

ऑनलाइन ट्रीटमेंट या ऑनलाइन चिकित्सा एक तकनीक है जिसमें लोग इंटरनेट के माध्यम से चिकित्सा सेवाएं प्राप्त करते हैं। यह एक डिजिटल चिकित्सा प्रक्रिया है जिसमें लोग अपने स्वास्थ्य सम्बन्धी समस्याओं का उपचार और सलाह पाने के लिए ऑनलाइन चिकित्सा पेशेवरों या चिकित्सा सेवाओं का उपयोग करते हैं। ऑनलाइन ट्रीटमेंट की विभिन्न रूपांतरण हो सकती हैं, जैसे कि whatsapp, facebook,, youtub, वीडियो कॉल के माध्यम से सलाह देना ।

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mantor

नमस्ते !

मैं हूँ  मिहिर रंजन मनमोहन धर  (MRM DHAR) doctors maker INSTITUTE का founder. 

मैं एक PHYSICAL THERAPY COACH हूँ । 15 सालों से अलग अलग गुरुओं के साथ रह कर, मैंने प्राचीन पारंपारिक THERAPYS सीखा । प्राचीन  पारंपारिक चिकित्सा के साथ मैंने ayurvedic और homeopathy का ज्ञान भी प्राप्त किया है । 

विलुप्त हो चुके, इन THERAPYS और REMEDIES को फिर से स्थापित कर, समाज को रोग मुक्त जीवन प्रदान करना और साथ ही साथ लाखों युवाओं को High income profession से जोड़ना चाहता हूँ । 

मैं students को  फर्जी institutes व certificate वालों के बरे में जागरुक करता हूँ । 

doctor या therapist बनने के लिए (education) योग्यता क्या होनी  चाहिए । doctor बनने के लिए  age limite क्या है ? 5 दिन 10 दिन महीने 2 महीने वाली courses की value क्या हैं ? webinar और workshop मे सीख कर doctor बनने वालों को doctor माना जाता है क्या ?

online courses certificate या free certificates की value क्या हैं ? कहां से करना चाहिए थेरेपी कोर्स ? कौन फर्जी और कौन असली institute चला रहे है। diploma courses की duration कितने साल के होते है ? साल 6 महीने वाले diploma की कोई value है?

2 साल में doctor बनने के लिए ,क्या करें ? online घर से सीख कर कैसे बने doctor ? कोनसे course करने से नाम के आगे Dr.  लगा सकते है । कम से कम पैसे मे doctor कैसे बन सकते है । एक साल में therapist बनने के लिए कोनसे courses और कहा से करना चाहिए ?

हमारी institute 2 अलग अलग कोर्स कराती है ।एक तो केवल MBBS , BAMS , BHMA , PHYSIOTHERAPIST , जो ALLREADY DOCTOR है , उनके लिए ।

दूसरे उनके लिए जो doctor बनने की तैयारी कर रहे है या doctor बनना चाहते है ।जो 10/12th pass , arts/commerce side से पढ़े हो या retired / housewife /beautician / social service /yoga ,fitness आदि field से हो उम्र 25 से 55 साल हो । 

हम से संपर्क करे यह जानने के लिए कि without neet / without science doctor या therapist बनने कि authentic प्रक्रिया क्या है और किस किस institute इन courses कराती है । 

धन्यवाद

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